Nishant G Bhardwaj
Wednesday, September 21, 2011
प्रेम पंथ ऐसो कठिन
रहिमन मैं तुरंग चढ़ी , चलिबो पावक माही|
प्रेम पंथ ऐसो कठिन सब कोई निबहत नाही |
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