Monday, September 5, 2011

एक साधे सब सधे सब साधे सब जाय

एक साधे सब सधे सब साधे सब जाय
मुझे कल एक मित्र ने सलाह दी की अगर आपकी फिल्म निर्देशन की दूकान सही नहीं चल रही है तो आप कुछ और कर लीजिये। मुझे कबीर जी का दोहा याद आया की एक साधे सब सधे सब साधे जाय। जिस विधा में मैं पारंगत हूँ और वर्षों से प्रयासरत हूँ यदि मैं उसमे कामयाब नहीं हो पारहा हूँ तो अन्या विधा में कामयाबी की क्या गारंटी हैं ।

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