Wednesday, August 7, 2019

*रूद्राभिषेक का औचित्य*

आजकल बहुत से पोस्ट
आते हैं  ।मंदिर में पैसा न चढ़ाओ/ शिव के दूध न चढ़ाओ गरीब को दे दो ।पैसे के बारे में कलआज शिवजी के दूध परचर्चा

*रूद्राभिषेक का औचित्य*

आजकल  संदेश आते रहे हैं कि महादेव को दूध की कुछ बूंदें चढाकर शेष निर्धन बच्चों को दे दिया जाए। सुनने में बहुत अच्छा लगता है लेकिन हर भारतीय त्योहार पर ऐसे संदेश पढ़कर थोड़ा दुख होता है। दीवाली पर पटाखे ना चलाएं, होली में रंग और गुलाल ना खरीदें, सावन में दूध ना चढ़ाएं, उस पैसे से गरीबों की मदद करें। लेकिन त्योहारों के पैसे से ही क्यों? ये एक साजिश है हमें अपने रीति-रिवाजों से विमुख करने की।

हम सब प्रतिदिन दूध पीते हैं तब तो हमें कभी ये ख्याल नहीं आया कि लाखों गरीब बच्चे दूध के बिना जी रहे हैं। अगर दान करना ही है तो अपने हिस्से के दूध का दान करिए और वर्ष भर करिए। कौन मना कर रहा है। शंकर जी के हिस्से का दूध ही क्यों दान करना?

अपने करीब उपलब्ध किसी आयुर्वेदाचार्य के पास जाकर पूछिये कि वर्ष के जिन दिनों में शिव जी को दूध का अभिषेक किया जाता है उन दिनों में स्वास्थ्य की दृष्टि से दूध का न्यूनतम सेवन किया जाए जिससे मौसमानुसार शरीर में वात और कफ न बढे जिससे हम निरोगी रहे ऐसा आयुर्वेद कहता है कि नहीं।

आप अपने व्यसन का दान कीजिये दिन भर में जो आप सिगरेट, पान-मसाला, शराब, मांस अथवा किसी और क्रिया में जो पैसे खर्च करते हैं उसको बंद कर के गरीब को दान कीजिये | इससे आपको दान के लाभ के साथ साथ स्वास्थ्य का भी लाभ होगा।

महादेव ने जगत कल्याण हेतु विषपान किया था इसलिए उनका अभिषेक दूध से किया जाता है। जिन महानुभावों के मन में अतिशय दया उत्पन्न हो रही है उनसे मेरा अनुरोध है कि एक महीना ही क्यों, वर्ष भर गरीब बच्चों को दूध का दान दें। घर में जितना भी दूध आता हो उसमें से ज्यादा नहीं सिर्फ आधा लीटर ही किसी निर्धन परिवार को दें। महादेव को जो 50 ग्राम दूध चढ़ाते हैं वो उन्हें ही चढ़ाएं।

शिवलिंग की वैज्ञानिकता ....

भारत का रेडियोएक्टिविटी मैप उठा लें, तब हैरान हो जायेगें ! भारत सरकार के न्यूक्लिअर रिएक्टर के अलावा सभी ज्योतिर्लिंगों के स्थानों पर सबसे ज्यादा रेडिएशन पाया जाता है।

शिवलिंग और कुछ नहीं बल्कि न्यूक्लियर रिएक्टर्स ही हैं, तभी तो उन पर जल चढ़ाया जाता है ताकि वो शांत रहे।

महादेव के सभी प्रिय पदार्थ जैसे कि बिल्व पत्र, आक, आकमद, धतूरा, गुड़हल, आदि सभी न्यूक्लिअर एनर्जी सोखने वाले है।

  क्यूंकि शिवलिंग पर चढ़ा पानी भी रिएक्टिव हो जाता है इसीलिए तो जल निकासी नलिका को लांघा नहीं जाता।

  भाभा एटॉमिक रिएक्टर का डिज़ाइन भी शिवलिंग की तरह ही है।

शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल नदी के बहते हुए जल के साथ मिलकर औषधि का रूप ले लेता है।

  तभी तो हमारे पूर्वज हम लोगों से कहते थे कि महादेव शिवशंकर अगर नाराज हो जाएंगे तो प्रलय आ जाएगी।

  ध्यान दें, कि हमारी परम्पराओं के पीछे कितना गहन विज्ञान छिपा हुआ है।

  जिस संस्कृति की कोख से हमने जन्म लिया है, वो तो चिर सनातन है। विज्ञान को परम्पराओं का जामा इसलिए पहनाया गया है ताकि वो प्रचलन बन जाए और हम भारतवासी सदा वैज्ञानिक जीवन जीते रहें।..

अपना व्यवहार बदलो अपने धर्म को बदलने का प्रयास मत करो।

Saturday, May 4, 2019

Most brutal election of India 2019

2019 elections have been brutal to say the least. The sustained hateful campaign launched against Modi led BJP in early 2015 by congress led group of a dozen dynasts, totally eradicated communists, out of favor newstraders, erratically paranoid Mamata, and the likes of Mayawati and Devegowda for who politics is a tool of corruption have  disturbed each fault line of India for a singular goal of dislodging Modi.

A developing, highly populated, extremely aspirational country that’s been forced into a state of war like situation by a radicalized neighbor, has a 200 million population that seeks minority rights, has an administrative system that is corrupt from the roots, a dozen dynasties who can’t survive a people’s government, etc have lots of skeletons in the closet.

“In the name of Dalits, Muslims, Farmers, Tribals, Youth” etc, opposition and its media stooges have tried to build a perception that India didn’t have problems of equality, religious intolerance, Farmer suicides, naxalism, unemployment etc before 2014. To counter such a massive tirade, BJP didn’t have many options and they propagated their core ideology of Indian Nationalism.

But now is the time of reckoning, particularly for the people of Amethi, a family den of congress that’s a safe seat for the congress dynasty and its national president is again contesting from the seat. Amethi is totally undeveloped after decades of choosing congress dynasts. The excuse of dynasts is that they are democratically elected by the people, they call people mandate a testimonial against charges of massive loot they have been involved in.

Amethi can show the way. The voters can dump congress president and tell the nation that they are not illiterates who will elect a corrupt & deceptive political dynast over a promise of development and real democracy. A backward constituency like Amethi can show the way to rest of the nation to dump corrupt political dynasties and embrace democracy and development.

I look forward to people of Amethi and I want onto look up to them.

Saturday, April 27, 2019

श्री राम सम्पूर्ण वंशावली

श्री राम के दादा परदादा का नाम क्या था?-
1 - ब्रह्मा जी से मरीचि हुए,
2 - मरीचि के पुत्र कश्यप हुए,
3 - कश्यप के पुत्र विवस्वान थे,
4 - विवस्वान के वैवस्वत मनु हुए.वैवस्वत मनु के समय जल प्रलय हुआ था,
5 - वैवस्वतमनु के दस पुत्रों में से एक का नाम इक्ष्वाकु था, इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु कुलकी स्थापना की |
6 - इक्ष्वाकु के पुत्र कुक्षि हुए,
7 - कुक्षि के पुत्र का नाम विकुक्षि था,
8 - विकुक्षि के पुत्र बाण हुए,
9 - बाण के पुत्र अनरण्य हुए,
10- अनरण्य से पृथु हुए,
11- पृथु से त्रिशंकु का जन्म हुआ,
12- त्रिशंकु के पुत्र धुंधुमार हुए,
13- धुन्धुमार के पुत्र का नाम युवनाश्व था,
14- युवनाश्व के पुत्र मान्धाता हुए,
15- मान्धाता से सुसन्धि का जन्म हुआ,
16- सुसन्धि के दो पुत्र हुए- ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित,
17- ध्रुवसन्धि के पुत्र भरत हुए,
18- भरत के पुत्र असित हुए,
19- असित के पुत्र सगर हुए,
20- सगर के पुत्र का नाम असमंज था,
21- असमंज के पुत्र अंशुमान हुए,
22- अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए,
23- दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए, भागीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतारा था.भागीरथ के पुत्र ककुत्स्थ थे |
24- ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए, रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया, तब से श्री राम के कुल को रघु कुल भी कहा जाता है |
25- रघु के पुत्र प्रवृद्ध हुए,
26- प्रवृद्ध के पुत्र शंखण थे,
27- शंखण के पुत्र सुदर्शन हुए,
28- सुदर्शन के पुत्र का नाम अग्निवर्ण था,
29- अग्निवर्ण के पुत्र शीघ्रग हुए,
30- शीघ्रग के पुत्र मरु हुए,
31- मरु के पुत्र प्रशुश्रुक थे,
32- प्रशुश्रुक के पुत्र अम्बरीष हुए,
33- अम्बरीष के पुत्र का नाम नहुष था,
34- नहुष के पुत्र ययाति हुए,
35- ययाति के पुत्र नाभाग हुए,
36- नाभाग के पुत्र का नाम अज था,
37- अज के पुत्र दशरथ हुए,
38- दशरथ के चार पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न हुए |
इस प्रकार ब्रह्मा की उन्चालिसवी (39) पीढ़ी में श्रीराम का जन्म हुआ | शेयर करे ताकि हर हिंदू इस जानकारी को जाने..

🏹रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य🏹

1:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे।
2:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं।
3:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है।
4:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है।
5:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है।
6:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है।
7:~मानस में छन्द संख्या = 86 है।

8:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का।
9:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में।
10:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी।
11:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी।
12:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला।
13:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला।
14:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ।

15:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं।
16:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं।

17:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए।
18:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में।
19:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर।
🙏  जय श्री राम   🙏

Thursday, April 25, 2019

Modi v/s bluff and reality check

Story of 2 Bluffs that got called in past 60 days.

Pakistan: Remember Indian forces striking across the border in Myanmar to eliminate the terror base & personnel who’d killed Indian Security Forces in June 2015. Indian opposition wrote the operation off as something that didn’t matter and retired Pakistani generals mocked over excited news anchors (custodians of Indian Nationalism) saying Pakistan is no Myanmar - almost implying we will continue to bleed you and you can’t do a thing. Pakistan repeated its nuclear threat.

Well, बात आई गई हो गई, till Pakistani stamped terrorists hit our soldiers in URI in September 2016. Within days, we hit back in a massive multiple target operation across the line of control and eliminated a large number of Pakistani terrorists and operatives. India announced the change in doctrine by holding a press conference and telling Pakistan and the world that we will hit back, hard and announced it to the world. Well, after usual denials, Pakistan settled for ‘it was in Kashmir and not Pakistan’ ..... what Pakistan and anti Modi opposition in India didn’t understand is that India increased the cost of terror for Pakistan.

When Pakistan attacked us in Pulwama and that too at the cusp of the most important elections in the history of free India, they dared Modi who has positioned himself as a shrewd nationalist. Indian opposition parties smelt blood and prima facie supported the Govt to take necessary action against terror operatives. Pakistan and Indian opposition were in the process of strategic mocking of Modi knowing well that Myanmar and URI had set a threshold and just before elections Modi was cornered. He does something to avenge Indian lives and Pakistan will be prepared across the LoC. Days went by and mocking of 56” and resolve to make Pakistan pay became a tool in TV debates. Lower level leaders of BJP found it hard to survive the onslaught by newstraders and vultures of opposition parties.

Then at about 5 am, Pakistani Forces PR chap tweeted that Indian aircrafts had breached international air space. As usual, Pakistan - the country that has no respect for its dead or its own acts denied what Indian fighters had achieved across the international border and in the Pakistani territory. India had hit at the largest terrorist camp inside Pakistan in a daring operation that involved multiple fighters. Just like the avenge of URI, each asset returned back safely and then we proudly announced to the world that we hit them inside their space and totally demolished a large terror camp.

Among many things that happened to Modi’s opposition in India and Pakistan, “India had called Pakistani Nuclear Bluff”. India also unambiguously asserted its willingness to counter China assisted Pakistan.

It’s an act of great chivalry that went by without a glitch but even a small variation from perfection in execution, Modi’s political career was over. And considering the fact that Indian forces don’t act without executives consent, it was always going to be Modi who would’ve taken the blame in case of a slightest failure. And that why Modi must tell his voters that it was he who put his and his parties career / future on line when he okayed attacking Pakistani terror camps inside Pakistan.

Congress: Priyanka was brought in as a trump card against Modi. The prepaid newstraders of the dynasty had been projecting her as her grandmothers equivalent who would run over Modi juggernaut without much effort.

Well, 3 months since her (as formal as formal can be) entry in politics and 1 month since her party and she herself have been blowing trumpets threatening Modi to look for second seat as Priyanka would contest against Modi from Benaras and will defeat him hands down, congress has finally announced their own bluff. Modi didn’t get threaded and he didn’t choose a second safe seat either. He went a step ahead and did a bigger rally in Benaras ..... the trump card of congress turned out to be a damp squib.

2 major bluffs called in less than 60 days is massive for Modi that too during election season.

Wednesday, April 24, 2019

Modi v/s Dynasties and facts

Simplifying 2019

BJP has almost finished its 5 year term and is now seeking mandate for next 5 years.

Opposition is broadly alleging that;
1. Institutions are under stress
2. It is a corrupt Govt
3. Modi is a dictator
4. Constitution is in danger
5. Economy is in shambles
6. Job distress
7. Farm distress
8. Media is under stress

Now, for starters what’s the composition of opposition? Correct me if I am wrong here but main opposition parties are dynasties like Gandhi’s, Pawars, Abdullahs, Mulayam/Lalu Yadav’s, Chauthalas, Ajit SINGH Dynasty, DMK, TDP, PDP, TRS, YSRC, JDS etc. I am not counting MP/MLA level dynasts like Pilot, Scindia etc as there are few such in BJP as well.

So broadly there are a dozen dynasties that are fighting Modi and they have some sort of common agenda with erratic Mamata, insanely corrupt Maya,  and a dilapidated version of communists who have no idea if they are coming or going .....

Now let’s analyze the charges against Modi:
1. Most landmark judgements have come during previous 5 years. Judges have openly expressed themselves.
2. Most landmark legislation has been cleared during current parliaments tenure.
3. Yes CEC’s don’t become cabinet ministers supervising ‘commonwealth games grade of corruption’ anymore so democracy might be in danger.
4. No elected leader has faced so much abuse and hate as Modi has so when someone says the media is under stress, they mean that they rule the roost anymore.
5. Dynasties do not exist in democracies so if dynasties are stressed it means democracy is flourishing.
6. Getting used to a Defiant and Decisive PM as compared to a stamp paper PM (who was incapable of making any decision without the consent of the owners of his party) may give a feeling of authoritarianism but the country needs nothing less than implementable foresight with compromise or emotions.
7. If newstraders feel out of favor, it’s actually a good thing. NDTV is anti BJP mouthpiece, Barkha is a power broker, Sardesai and family are disciples of the dynasties.
8. Economy is well and truly in recovery mode and that’s going to be visible in coming 5 years. Those who say economy is stressed would also say that economy was great during 2004-14. I rest my case on economy argument.
9. Farm distress is real and is not going to get sorted till Govt has enough money to support small farmer irrespective of his crops. Very unfortunately that time is still 2-3 years away.
10. Jobs are available buy alleged engineers and management pass outs from jokes of institutions are simply unemployable. It’s a fact that they either add some skill or become small entrepreneurs.... they will never get jobs.

2019 is being contested on the Paranoia built since 2015. It’s a narrative that works for drawing room champions and perpetual hate mongers. It didn’t work for most because it’s not true on the ground. In some cases there are reasons to worry, in some areas there is possibility of much improvement but there is no reason for paranoia, country is safer hands compared to available dynasts or erratic tyrants ....

As the elections are progressing, the abuses and lies are peaking. It’s clear that Modi is en-route to a much bigger mandate than 2014. All media, markets, administrative indicators are pointing at a bigger than massive victory for Modi. The credit for the ensuing mandate for Modi is solely with current opposition who converted electoral process into a war since 2015 and disrupted far more than proportionate. There are 2 parties to war, BJP supporters are far more in numbers and rock solid. Facing social media defeats day by day, Modi’s opponents became abusive. Rag Boy discovered or was ill advised to press corruption charges. Gloves came out and a bloody war is continuing since 4 years. Today we reach the final 4 weeks of it.

Tuesday, April 16, 2019

वासनाओं के आकर्षण से कैसे बचा जाये ?

-कौत्स उन दिनों महर्षि कण्व के आश्रम में तप कर रहे थे। एक दिन गुरु और शिष्य दोनों जंगल में देर तक काम करते रहे। सायंकाल महर्षि ने कौत्स को थोड़ा पहले आश्रम भेज दिया आप कुछ पीछे चले।

कौत्स आश्रम आ रहे थे, तब उन्होंने मार्ग में पड़ी एक सुन्दर स्त्री देखी। स्त्री को चोट लगी थी, वह पीड़ा से कराह रही थी। कौत्स एक क्षण रुके और फिर अपनी राह चलते बने। पीछे महर्षि कण्ठ भी उधर से आये और युवती को यों पड़ी कराहते देखा तो अपने शिष्य पर उन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। युवती को उठाकर वे आश्रम लाये और उसकी चिकित्सा की व्यवस्था कर दी।

कौत्स को बुलाकर उन्होंने पूछा- जब यह स्त्री मार्ग में तुम्हें कष्ट-पीड़ित अवस्था में मिली तब तुमने उसे उठाया क्यों नहीं, उसे आश्रम में लाकर सेवा का उचित प्रबन्ध क्यों नहीं किया। कौत्स ने सिर झुका कर कहा- भगवन्! मुझे सन्देह था कि मैं उस स्त्री के सौंदर्य से कहीं विचलित न हो जाऊं, इसीलिए चुपचाप चला आया।

महर्षि ने गम्भीर स्वर में कहा- वत्स! इससे क्या सौंदर्य से विरक्ति हो जायेगी। छिपा हुआ भाव तो कभी भी प्रकट हो सकता है, इसलिए वासनाओं के आकर्षण से बचने के लिए तो यह आवश्यक है कि वैसे वातावरण में रहकर ही आत्म-नियन्त्रण का अभ्यास किया जाये। क्या तैरना सूखे में सीखा जा सकता? उसी प्रकार आत्म-नियन्त्रण भी एकान्त में नहीं हो सकता।

Saturday, April 13, 2019

हिन्दू संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण बातें ।

  📖 हमारे चार वेद है।*
1] ऋग्वेद
2] सामवेद
3] अथर्ववेद
4] यजुर्वेद
*************************************
*📜 कुल 6 शास्त्र है।*
1] वेदांग
2] सांख्य
3] निरूक्त
4] व्याकरण
5] योग
6] छंद
*************************************
*⛲ हमारी 7 नदियां।*
1] गंगा
2] यमुना
3] गोदावरी
4] सरस्वती
5] नर्मदा
6] सिंधु
7] कावेरी
*************************************
*📚 हमारे 18 पुराण।*
1] मत्स्य पुराण
2] मार्कण्डेय पुराण
3] भविष्य पुराण
4] भगवत पुराण
5] ब्रह्मांड पुराण
6] ब्रह्मवैवर्त पुराण
7] ब्रह्म पुराण
8] वामन पुराण
9] वराह पुराण
10] विष्णु पुराण
11] वायु पुराण
12] अग्नि पुराण
13] नारद पुराण
14] पद्म पुराण
15] लिंग पुराण
16] गरुड़ पुराण
17] कूर्म पुराण
18] स्कंद पुराण
*************************************
*🍚 पंचामृत।*
1] दूध
2] दहीं
3] घी
4] मध
5] साकर
***********************
*🌌 पंचतत्व।*
1] पृथ्वी
2] जल
3] तेज
4] वायु
5] आकाश
***********************
*☘ तीन गुण।*
1] सत्व्
2] रज्
3] तम्
**********************
*🌀 तीन दोष।*
1] वात्
2] पित्त्
3] कफ
***********************
*🌁 तीन लोक।*
1] आकाश लोक
2] मृत्यु लोक
3] पाताल लोक
***********************
*🌊 सात महासागर।*
1] क्षीरसागर
2] दधिसागर
3] घृतसागर
4] मथानसागर
5] मधुसागर
6] मदिरासागर
7] लवणसागर
***********************
*🌅 सात द्वीप।*
1] जम्बू द्वीप
2] पलक्ष द्वीप
3] कुश द्वीप
4] पुष्कर द्वीप
5] शंकर द्वीप
6] कांच द्वीप
7] शालमाली द्वीप
***********************
*🗿 तीन देव।*
1] ब्रह्मा
2] विष्णु
3] महेश
***********************
*🐋🐄🐍 तीन जीव।*
1] जलचर
2] नभचर
3] थलचर
***********************
*👴👨👦👳 चार वर्ण।*
1] ब्राह्मण
2] क्षत्रिय
3] वैश्य
4] शूद्र
***********************
*🚩 चार फल (पुरुषार्थ)।*
1] धर्म
2] अर्थ
3] काम
4] मोक्ष
***********************
*👺 चार शत्रु।*
1] काम
2] क्रोध
3] मोह
4] लोभ
***********************
*🏡 चार आश्रम।*
1] ब्रह्मचर्य
2] गृहस्थ
3] वानप्रस्थ
4] संन्यास
***********************
*💎 अष्टधातु।*
1] सोना
2] चांदी
3] तांबु
4] लोह
5] सीसु
6] कांस्य
7] पित्तल
8] रांगु
***********************
*👥 पंचदेव।*
1] ब्रह्मा
2] विष्णु
3] महेश
4] गणेश
5] सूर्य
***********************
*👁 चौदह रत्न।*
1] अमृत
2] अैरावत हाथी
3] कल्पवृक्ष
4] कौस्तुभ मणी
5] उच्चै:श्रवा अश्व
6] पांचजन्य शंख
7] चंद्रमा
8] धनुष
9] कामधेनु गाय
10] धनवंतरी
11] रंभा अप्सरा
12] लक्ष्मी माताजी
13] वारुणी
14] वृष
***********************
*🌹🙏🏻  नवधा भक्ति।*
1] श्रवण
2] कीर्तन
3] स्मरण
4] पादसेवन
5] अर्चना
6] वंदना
7] मित्र
8] दास्य
9] आत्मनिवेदन
*********************
*🌍 चौदह भुवन।*
1] तल
2] अतल
3] वितल
4] सुतल
5] रसातल
6] पाताल
7] भुवलोक
8] भुलोक
9] स्वर्ग
10] मृत्युलोक
11] यमलोक
12] वरुणलोक
13] सत्यलोक
14] ब्रह्मलोक.